अपने बच्चो को शिखाये : जानिए महाभारत के युद्ध में किन कारणों से अर्जुन के हाथोंमारा गया कर्ण//Teach your children: Know the reasons why Karna was killed by Arjun in the Mahabharata war.
महाभारत के दो महान योद्धा अर्जुन और कर्ण की बात यहाँ की गई है। महाभारत ,रामायण जैसे ग्रन्थ मै इन पात्रो की बाते में से संकलित कर यहाँ महाभारत के युद्ध में किन कारणों से अर्जुन के हाथोंमारा गया कर्ण इसके कारन यहाँ दिए गए है
- गुरु परशुराम ने कर्ण को श्राप दिया था कि तुम मेटी दी हुई शिक्षा उस समय भूल जाओगे जब तुम्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत होगी. इसलिए ये पहला कारण उसकी मौत की वजह बना.
ब्रम्हास्त्र का समय पर नहीं कर सके प्रयोग
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- एक ब्राह्मण के श्राप के कारण युद्ध में कर्ण के रथ का पहिया धरती में धंस गया और इस समय कर्ण परशुराम जी के श्राप के कारण ब्रह्मास्त्र का प्रयोग नहीं कर पाए और मृत्यु को प्राप्त हो गए.
- अर्जुन के हाथों कर्ण के मारे जाने की तीसरी वजह कर्ण का महादानी होना था. युद्ध में अर्जुन की रक्षा के लिए देवराज इंद्र ने कर्ण से भगवान सूर्य से प्राप्त कवच और कुंडल दान में मांग लिया था.
इंद्र के दिव्यास्त्र का घटोत्कच पर प्रयोग
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- देवराज इंद्र के दिव्यास्त्र का घटोत्कच पर प्रयोग कर्ण की मृत्यु का कारण बना. कवच कुंडल दान के बदले कर्ण को देवराज से शक्ति वाण मिला था जिसका प्रयोग कर्ण एक ही बार कर सकता था.
इंद्र को मिला था ये वरदान
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- कर्ण की मृत्यु के पीछे एक बड़ा कारण स्वयं भगवान श्री कृष्ण थे जिन्होंने इंद्र को वरदान दिया था कि वह महाभारत के युद्ध में अर्जुन का साथ देंगे और सूर्य के पुत्र कर्ण पर विजय प्राप्त करेंगे.
- महाभारत युद्ध में जब कर्ण सेनापति बने तब कुंती ने कर्ण के सामने उसकी सच्चाई जाहिर कर दी, जिससे कर्ण के अंदर पांडवों के प्रति भावुकता जाग गई और यही भावुकता कर्ण की मृत्यु की वजह बनी.
- कर्ण की मृत्यु अर्जुन के हाथों होने की एक अन्य बड़ी वजह यह थी कि कर्ण दुर्योधन का साथ दे रहे थे जो अधर्म के रास्ते पर चलता था. अधर्म का साथ देने की वजह से कर्ण को वीरगति को प्राप्त हुई.
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